
कोई तो ऎसी निशानी दे जा
आँखों में मेरे भी पानी दे जा
के न थम जाएँ ये साँसें मेरी
फूक दे जान रवानी दे जा
जी लूँ किरदार किसी दिन तेरा
मुझ को अपनी ये कहानी दे जा
जिसमे पल पल हों कि सदियों जैसे
शाम कोई वो सुहानी दे जा
डायरी मेरी तू ही रख ले मगर
बस ग़ज़ल इक वो पुरानी दे जा
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