कविता एक ऐसी माला है, जिसमे शब्दों को पिरोया जाता है !
कविता वह उपजाऊ मिट्टी है, जिसमे भावों को बोया जाता है !!
कविता शब्दों और भावों की, होने वाली वो बारिश है !
जिसमे दुनिया को बदलने की, अटल, अडिग गुज़ारिश है !!
कलम के सहृदय रुदन से, कविता कोई भीगा पन्ना है !
विविध रसों को अपनाती, जैसे कोई मीठा गन्ना है !!
कविता में मन के भावों को, कवि ने किया उजागर है !
गागर है शब्दों में लेकिन, भावों में वो सागर है !!
कविता भावों और शब्दों का, सार्थक, सम्यक दर्पण है !
कविता एक कवि का, समाज को समर्पण है !!
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