• Published : 03 Sep, 2015
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  • Rating : 4.5

कविता एक ऐसी माला है, जिसमे शब्दों को पिरोया जाता है !

कविता वह उपजाऊ मिट्टी है, जिसमे भावों को बोया जाता है !!

कविता शब्दों और भावों की, होने वाली वो बारिश है !

जिसमे दुनिया को बदलने की, अटल, अडिग गुज़ारिश है !!

कलम के सहृदय रुदन से, कविता कोई भीगा पन्ना है !

विविध रसों को अपनाती, जैसे कोई मीठा गन्ना है !!

कविता में मन के भावों को, कवि ने किया उजागर है !

गागर है शब्दों में लेकिन, भावों में वो सागर है !!

कविता भावों और शब्दों का, सार्थक, सम्यक दर्पण है !

कविता एक कवि का, समाज को समर्पण है !! 

About the Author

Suyash Pandey

Joined: 18 Aug, 2015 | Location: , India

Writer, Engineer, Meditation, etc....

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