
जो तू है तो ये मुश्किल क्यों है जो तू नही तो , ये उलझन क्यों है
जो तू है तो नैनो मे अश्क क्यों है जो तू नही तो , अश्को मे दर्द क्यों है
जो तू है तो ये फरीयादे टलती क्यों है जो तू नही तो , ये इबादत क्यों है
जो तू है तो सब कुछ बर्फ़ क्यों है जो तू नही तो , ये तपिश क्यों है
जो तू है तो हर लम्हा बरबाद क्यों है जो तू नही तो ये हस्ती आबाद क्यों है ??
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