• Published : 25 Dec, 2014
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आज सुबह कुछ  यूँ  देखा 

जो  न  था  कभी  देखा 

एक  बच्चा  शर्माते  हुए , इथ्लाते  हुए  अपने ही धुन  में  बढ़ा  जा  रहा  था 

जब  ध्यान  दिया  तो  पाया  टाई  बेल्ट  लगाये , थर्मस  गले  में  लटकाये  खुशी  से  स्कूल  जा  रहा  था 

पर  कंधे  उसके  खाली  थे 

और  मेरे  ज़हन  में  कुछ  सवाल थे 

जिसने  कुछ  करने  पर  मजबूर  किया 

और  कुछ  दूर  मै  भी  युहीं चल  दिया 

फिर  देखा  उसकी  माँ  उसके साथ  thi

एक  हाथ  में  भारी  बस्ता  दूसरे  हाथ  में  चॉकलेट  की  सौगात  थी 

चलते  चलते  मै  उसके  स्कूल  तो  पहुंच  गया 

पर  उसके  बाद  के  मंज़र  से  मै  चौंक  गया 

उसकी  माँ  ने  उसका  बस्ता  उसके  कंधे  पर  लटकाया 

और  धीरे  धीरे  उसका  कन्धा  झुकता  चला  गया 

तभी  अचानक एक सोच एक  प्रश्न आया 

ये  बोझ  है  या  बस्ता 

जिसमे  जा  रहा  है   बचपन  धस्ता 

NIRAASH

About the Author

Chandan Tiwari

Joined: 03 Dec, 2014 | Location: , India

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बोझ है या बस्ता
Published on: 25 Dec, 2014

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