• Published : 29 Feb, 2016
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तेरी रूह से खिली रंग मैं 

सांवरे तेरी, तेरी मलंग मैं I

 

चली तेरी ओर कटी पतंग मैं

तू शाम रंग तेरी चाँद मैं I

 

तू आग है तेरी सांस मैं

तुझसे बनी, नई आस मैं I

 

मुसाफिर है तू, मंज़िल हूँ मैं 

तेरी धिक्र से मुक़म्मल हूँ मैं I

 

जो रोम रोम तू, संदली हूँ मैं

तू इश्क़ है, तेरी हाल मैं I

 

 तू कुम्हार, तेरी मिटटी हूँ मैं

तू इलाही, तेरी ज़ाहिद हूँ मैं  I

 

(क) इंद्रजीत

Meanings- हाल- a state of spiritual ecstasy धिक्र - Remembrance of the Almighty ज़ाहिद -Devotee

 

Based on the protagonist of A Thousand Unspoken Words by Paulami Duttagupta

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Indrajit

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Published on: 29 Feb, 2016

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