• Published : 04 Oct, 2015
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एक शायर गुमनाम सा
गुमनाम सी उसकी कहानी !

हर सुबह , उम्मीदों का जलजला,
हर शाम , ख्वाबों का सिलसिला !

वक़्त से दूर , सूनसान सा कहीं,
खोया खुद में, खुद की फिक्र नहीं !

दर्द की जुबानी, उसकी कहानी,
शायद कोई जाने,
गुमनाम सी उसकी कहानी !!

  --गुमनाम कवि

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Gyan

Joined: 02 Oct, 2015 | Location: , India

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Ek shayar goomnaam sa
Published on: 04 Oct, 2015

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