एक शायर गुमनाम सा
गुमनाम सी उसकी कहानी !
हर सुबह , उम्मीदों का जलजला,
हर शाम , ख्वाबों का सिलसिला !
वक़्त से दूर , सूनसान सा कहीं,
खोया खुद में, खुद की फिक्र नहीं !
दर्द की जुबानी, उसकी कहानी,
शायद कोई जाने,
गुमनाम सी उसकी कहानी !!
--गुमनाम कवि
एक शायर गुमनाम सा
गुमनाम सी उसकी कहानी !
हर सुबह , उम्मीदों का जलजला,
हर शाम , ख्वाबों का सिलसिला !
वक़्त से दूर , सूनसान सा कहीं,
खोया खुद में, खुद की फिक्र नहीं !
दर्द की जुबानी, उसकी कहानी,
शायद कोई जाने,
गुमनाम सी उसकी कहानी !!
--गुमनाम कवि
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